भागलपुर (BHAGALPUR) : पटना निगरानी विभाग द्वारा रिश्वत लेते गिरफ्तार किये गये मुखिया और उप- मुखिया को भागलपुर के निगरानी कोर्ट में पेश किया गया,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक ओर जहां सात निश्चय योजना के तहत मुख्यमंत्री पेयजल योजना में जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं ।

वहीं उनके ड्रीम प्रोजेक्ट योजना हर घर नल- जल के तहत हो रहे कार्य के दौरान गांव के हर वार्ड में हर घर नल का जल पहुंचाने के नाम पर मुखिया और उप मुखिया के द्वारा 10 हजार रुपया घूस मांगे जाने की शिकायत के बाद,निगरानी विभाग पटना द्वारा कार्रवाई करते हुए एक मुखिया और एक उप मुखिया को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा लिया है।

वहीं निगरानी विभाग द्वारा दोनों को भागलपुर कोर्ट परिसर स्थित निगरानी विभाग के कोर्ट में पेश किया गया जिसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है मामला बेगूसराय जिले के मायदा पंचायत का है ,जहां हर घर नल- जल योजना के तहत पंचायत के हर एक वार्ड में नल का जल पहुंचाया जा रहा था , इसी दौरान मुखिया मनोज कुमार चौधरी और उप मुखिया कन्हैया कुमार के द्वारा हाजीपुर पिपरा गांव के वार्ड के लोगों से 10 हजार रुपया हर घर नल का जल पहुंचाए जाने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी।

जिसके बाद मोहम्मद परवेज आलम के द्वारा इसकी सूचना निगरानी विभाग पटना को दी गई, तदोपरान्त निगरानी विभाग ने कार्यवाही करते हुए मुखिया और उप मुखिया को रंगे हाथ 10हजार रुपैया घूस लेते धर दबोचा निगरानी विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआर ने दोनों को गिरफ्तार कर मुखिया और उप मुखिया को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।

ब्यूरो रिपोर्ट ATN NEWS EXPRESS

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