बक्सर (BUXAR) : अपने 7 परिजनों की हत्या करने वाली शबनम को बक्सर सेंट्रल जेल में बनी रस्सी से दी जाएगी फांसी। यूपी के मथुरा में जेल से दो फांसी का फंदा तैयार करने का आदेश मिलते ही, जहां बक्सर सेंट्रल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बता दें कि अमरोहा के हसनपुर गांव से सटे बावनखेड़ी गांव में सन 2008 अप्रैल 14-15 की रात में शबनम ने अपने बेमेल प्रेमी के साथ मिलकर, अपने ही परिवार के 10 माह के मासूम के साथ-साथ अपने ही मां बाप की निर्मम हत्या करने वाली शबनम को महामहिम राष्ट्रपति के पास से भी दया याचिका खारिज हो गई है।
इसको लेकर शबनम को फांसी देने की तैयारी चल रही है। जिसको लेकर बक्सर सेंट्रल जेल में खास धागों से तैयार 18 फीट का मनीला रस्सी का फंदा बनाने का निर्देश मिलते ही जेल में तैयारी चल रही है।
बताते चलें कि सन 1884 में अंग्रेजी शासकों द्वारा केंद्रीय कारा बक्सर में पहली बार फांसी का फंदा तैयार करने के लिए मशीनें लगाई गई थी। जो अभी तक जारी है। पूर्व के दिनों में फिलीपींस के मनिला जेल में बनाया जाता था यह रस्सी, इसको लेकर इसका नाम मनीला रस्सी पड़ा। पूरे देश में कहीं भी जब जब मौत का फरमान जारी होता है।
चाहे अजमल कसाब हो या अफजल गुरु हो या निर्भया के गुनहगार, सभी के लिए बक्सर सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा बनाया गया फांसी का फंदा से फांसी दी गई थी, वही अब अब मनीला रस्सी शबनम के लिए तैयार हो रहा है।
जानकार बताते हैं की खास विधि द्वारा 154 धागे को मशीन में पिरो कर घिसाई के बाद 34 धागों का इस्तेमाल किया जाता है। जेल में लचछी को ओस तथा मोम से संतृप्त किया जाता है। इसके बाद सभी धागों को मिलाकर 18 फीट की मोटी आराम से मौत देने वाली मनीला रस्सी तैयार की जाती है।
जानकारी के अनुसार बक्सर सेंट्रल जेल से पहली बार किसी महिला कैदी की मौत के लिए रस्सी भेजने का यह पहला मामला होगा। वही शबनम के बच्चे ने मां के लिए गुहार लगाई है।
जब इस मामले पर केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक से बात की गई तो कैमरे पर बोलने से बचते नजर आए। उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी वरीय अधिकारी देंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट धीरज कुमार बक्सर