सीतामढ़ी (SITAMADI) : पुलिस अपराधी मुठभेड़ में मारे गए दरोगा दिनेश राम के अंत्येष्ठि कार्यक्रम में आज एकाएक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी पहुँचे व सीधे बरनावा घाट गए व जहां उन्होंने शहीद दारोगा के पार्थिव शरीर पर श्रदा सुमन अर्पित किया व परिजनों से मुलाकात कर उनका ढांढस बंधाया ।
इसी क्रम में वहां उपष्टित जनता ने सुशील मोदी का घेराव कर दिया व अपनी मांगों के समर्थन में शमशान घाट पर ही धरना पर बैठ गए ।जिससे वहां अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया ।
लाख चाहने व समझाने बुझाने के बाद भी जब ग्रामीण नही मैं तो स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए सुशील मोदी भी उसी घाट पर उन्ही धरना देने वाले ग्रामीणों के बीच बैठ गए व काफी लंबे समय तक समझने बुझाने का काम चलता रहा ।वही सुशील मोदी ने उपष्टित जनता को आश्वस्त किया कि सरकार के स्तर से मिलने वाली सभी सरकारी सुबिधाओं के साथ परिजनों को नौकरी व एक राशन किराशंन कि दुकान उनके परिजनों को दिया जाएगा व उनके नाम पर एक स्मारक का भी निर्माण किया जाएगा।
वही काफी मसक्कत के बाद जब सुशील मोदी वहां से निकले तो वे मोतिहारी परिसदन पहुँचे व पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि ये काफी दुखद घटना घटित हुई है ,वे इस घटना की निंदा करते है व जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जाएगा ।
वही उन्होंने मीडिया को गोलमटोल शब्दो मे कहा कि दरोगा के हत्यारे एक केस में अभियुक्त थे जिसके आईओ दिनेश राम थे ,जिन्हें ये सूचना मिली थी कि ये अपराधी किसी गुप्त जगह पर बैठे हैं तो दिनेश राम अपने दो तीन सिपाहियों के साथ वहां पहुचे ही थे कि अपराधियों ने उनपर गोली चला दी जिससे उनकी मौत हो गए ।भले ही इन अपराधियो पर पूर्व से शराब का कोई केस था लेकिन इस हत्या में शराब कारोबारी नही बल्कि किसी केस के अभियुक्त थे ,,इसलिए इसे शराब माफिया से नही जोड़ना चहिये।
वही सुशील मोदी ने देश मे बढ़ते पेट्रोलियम पदार्थों के दामो में हो रही बढ़ोतरी के संबंध में बताया कि चुकी खाड़ी देशों में कच्चे तेल के दामो में भारी बढ़ोतरी हुई है जो 20 बैरल डॉलर से बढ़कर 60 बैरल डॉलर हो गयी है व उत्पादन कम हो गया है जिससे ये संकट आया है ,सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि तेल के दामो को नियंत्रित हो सके ,,वही उन्होंने बताया कि भारत सरकार तेल पर आत्म निर्भर बनने के लिए इथनोल व अन्य चीजों पर तेज़ी से कार्य कर रही है जिससे देश मे तेल का उत्पादन किया जा सके ।
साथ ही उन्होंने शराब की दुकानों को खोलने की सलाह देने वाले कोंग्रेस के एक नेता के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की सदाशयता लेने के समय ही ये शपथ ली जाती है कि वे शराब का सेवन नही करेंगे लेकिन उनके ही नेता बिहार में शराब की डदुकान खोलने की बात कर रहे हैं ।
बिहार में शराब बंदी से कानून का राज स्थापित हुआ है व यंहा का माहौल शांत हुआ है ,,देश के इतिहास में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात मे लगभग 40 साल पहले शराब बंदी कर एक बड़ा कदम उठाया था वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराब बंदी कर एक इतिहास कायम किया है अब इस कानून को और सख्त करने की जरूरत है।
ब्यूरो रिपोर्ट धर्मेन्द्र कुमार मोतिहारी